बाप का नाम रोशन सोफे पर बैठे, अखबार पढ़ रहे, पिता ने अपने मनचले, लड़के को देखा और कहा पिता-"क्यो रे,,,आवारा सांड की तरह दिनभर, भटकती आत्मा जैसा, भटकता रहता है, ...

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